कूलर ठंडी हवा कैसे देता है?
- कूलर से सभी परिचित होते हैं और अमूमन हर घर में ये हमें मिल जाता है।
- कूलर में हम जो पानी डालते हैं वो गर्म हवा से गैस में बदल जाता है। गर्म हवा कूलर में ठंडी हो जाती है, जिसे कूलर में लगा फैन बाहर की ओर फेंक देता है और हमें इससे ठंडी हवा मिलती है।
- कूलर के 3 ओर खस लगी होती है, जिस पर पानी गिराया जाता है। जब उन पानी की बूंदों से गरम हवा टकराती है, तो वह उन बूंदों को भाप में बदलकर ठंडी हो जाती है।

- कूलर से सभी परिचित होते हैं और अमूमन हर घर में ये हमें मिल जाता है।
- कूलर में हम जो पानी डालते हैं वो गर्म हवा से गैस में बदल जाता है। गर्म हवा कूलर में ठंडी हो जाती है, जिसे कूलर में लगा फैन बाहर की ओर फेंक देता है और हमें इससे ठंडी हवा मिलती है।
- कूलर के 3 ओर खस लगी होती है, जिस पर पानी गिराया जाता है। जब उन पानी की बूंदों से गरम हवा टकराती है, तो वह उन बूंदों को भाप में बदलकर ठंडी हो जाती है।
- एयर कूलर एसी से ज्यादा बेहतर है पर्यावरण के लिए भी क्योंकि एसी में मौजूद केमिकल्स हमारी ओजोन परत के लिए भी खतरनाक होते हैं। जबकि कूलर को बस पानी ज्यादा चाहिए होता है।
- एयर कूलर को हम स्वाम्प कूलर या एवापोरेटिव कूलर भी कहते हैं। कूलर उसी सिद्धांत पर काम करता है जिस सिद्दांत पर घर का मटका पानी ठंडा करता है और हम सभी भीषण गर्मी में उसके ठंडे पानी का उपयोग करते हैं।
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